Freelancing क्या है?और इससे पैसे कैसे कमा सकते हैं?(2023)

फ्रीलांसिंग (freelancing) का मतलब होता  है की आप किसी भी कंपनी , व्यक्ति  या संस्था का कोई प्रोफेशनल काम ,अपने घर या ऑफिस से बिना किसी क़ानूनी बंधन के करते हैं इसमें आपके काम करने का समय निर्धारित नहीं होता है परन्तु काम को तय समय में पूरी गुणवत्ता (quality) के साथ करके देना आपकी प्राथमिकता होती है। आपकी गुणवत्ता और समय से काम पूरा करना ही आपको और काम दिलाता है। 


जैसे जैसे हमारे जीवन में इंटरनेट(internet) का दखल बढ़ता जा रहा है और ऑनलाइन व्यापार (e-commerce) बढ़ रहा है वैसे-2  काम का तरीका और रोजगार के अवसर भी बदलने के साथ बढ़ते भी जा रहे हैं। 

फ्रीलांसिंग (Freelancing) एक पुराना शब्द है पहले कम लोग ही ऐसे काम करते थे इसका सबसे बढ़िया उदाहरण फोटोग्राफर का है जो कई न्यूज़ पेपर्स (news papers) के लिए फ्रीलांसिंग करते थे मतलब किसी एक अख़बार या संस्था ना जुड़कर कई सारे अख़बारों को अपनी सेवाएं प्रदान करते थे और अपने काम का हर संस्था से अलग शुल्क या सर्विस चार्ज लेते थे। 

सन 1990 के बाद से फ्रीलांसिंग (freelancing) के काम में तेजी आयी है इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी (information technology) के क्षेत्र में सबसे ज्यादा फ्रीलांसिंग (freelancing) का काम होता है अगर आप सॉफ्टवेयर इंजीनिअर(software engineer) हो , ग्राफिक डिजाइनर(graphic designer), लोगो डिजाइनर (logo designer), ब्लॉगर (blogger) या फिर कंटेंट राइटर (content writer) आदि आदि हो तब फ्रीलांसिंग में आपके लिए बहुत मौके हैं  ये तो कुछ उदाहरण मात्र हैं इसके अलावा और बहुत से क्षेत्रों में कई तरह का फ्रीलांसिंग कार्य होता है 

फ्रीलांसिंग (freelancing) के रूप में काम करने वाले प्रोफेशनल

बहुत  सारे क्षेत्रों में आप फ्रीलांसर (freelancer) की भांति काम कर सकते हैं और अपनी सेवाएं दे सकते हैं आज कल फ्रीलांसिंग (freelancing) का काम फुल टाइम या पार्ट टाइम भी किया जा सकता।  फ्रीलांसिंग काम करने वाले  प्रोफेशनल्स की लिस्ट

1 – वेबसाइट डेवलपर (website developer)-  अगर आपको वेबसाइट (website) बनाने की जानकारी है तथा आप कंप्यूटर साइंस (computer science) में अच्छे हैं तो आप पढाई के दौरान या नौकरी के साथ एक फ्रीलांसर का काम करके बढ़िया पैसे कमा सकते हैं। 

2 – एप्प डेवलपर (app developer)- प्रत्येक वेबसाइट का एक एप्प वर्जन (app version) होता ही है अंतः एप्प डेवलपमेंट में फ्रीलांसिंग का बहुत बढ़िया स्कोप (scope) है 

3 कंटेंट राइटर (content writer)- आजकल ब्लॉगिंग का ज़माना है कंटेंट राइटर की फ्रीलांसिंग में बहूत ज्यादा डिमांड रहती है जो समय पर बढ़िया लेख (article) लिख कर दे सके। 

4लोगो डिजाइनर (logo designer)- नए -2  स्टार्ट-अप आ रहें हैं  या फिर रोज़ नई वेबसाइट लॉन्च हो रही हैं उनको लोगो डिजाइनर की आवश्यकता पड़ती रहती है 

5 डाटा एंट्री(data entry) – सबसे ज्यादा फ्रीलांसिंग का काम डाटा एंट्री (data entry) में ही होता है इसमें कई तरह का काम होता है आप चाहे तो फुल टाइम या पार्ट टाइम डाटा एंट्री एक फ्रीलांसर की तरह कर सकते हैं। 

फ्रीलांसिंग के लिए जरुरी औजार (important tools for freelancing)-

फ्रीलांसिंग के लिए दो चीजें मुख्य हैं 

1 – लैपटॉप (laptop) या डेस्कटॉप (desktop)

2 – इंटरनेट कनेक्शन (internet connection)

फ्रीलांसिंग (freelancing) का काम मिलेगा कहाँ से ? 

अगर आप फ्रीलांसिंग का काम करने के लिए तैयार हैं तो आपके सामने  सबसे बड़ा प्रश्न यह आता है की यह काम मिलेगा कैसे और काम देगा कौन?

ऑनलाइन की दुनिया में हर तरह का काम मौजूद है बस उसको पता करना पड़ता है मुख्य वेबसाइट जो ऑनलाइन फ्रीलांसिंग काम दिलवाती हैं उनकी लिस्ट नीचे दी गयी है 

1 –www.appjobs.com

2- Toptal.com

3- www.freelancer.com 

4 – www.fiverr.com

5 – www.peopleperhour.com 

6- www.upwork.com 

ये मुख्य वेबसाइट हैं इसके अलावा और भी कई वेबसाइट हैं जो फ्रीलान्स का काम उपलब्ध करवाती हैं जब आपको काम इन वेबसाइट के माध्यम से मिलता है तो भुगतान के दौरान कुछ पैसा ये अपने कामीशन के रूप में काट लेती हैं 

ये वेबसाइट आपने काम की पॉलिसी को लेकर बहुत सख्त हैं अगर आप उसे तोड़ते या बाईपास (bypass) करने की कोशिश करते हैं तो आपकी प्रोफाइल को ये निष्क्रिय (disable) कर देती हैं जो दोबारा शुरू होना लगभग असंभव ही है। 

फ्रीलांसिंग के  फायदे ( pros of  freelancing) – 

1 – फ्रीलांसिंग में आप अपनी मर्जी से अपने वातावरण में काम करते हैं। 

2 – आप अपनी फीस (fee) स्वयं निर्धारित करते हैं 

3 – आप ज्यादा से ज्यादा मेहनत करके असीमित कमाई कर सकते हैं 

फ्रीलांसिंग के नुकसान (cons of freelancing)-

1 – अगर नौकरी या बिज़नेस के साथ फ्रीलांसिंग कर रहे हैं तब तो ठीक है परन्तु पूरी तरह निर्भर रहने पर कभी भी काम छीन जाने का खतरा रहता है। 

2 – कितना काम पूरे महीने में मिलेगा इसका निर्धारण आप नहीं कर सकते हैं। 

3 – कई बार बिना किसी पर्याप्त कारण (valid reason) के प्रोफाइल (profile) बंद कर दी जाती है और काम आना बंद हो जाता है। 

अगर आप एक बैक अप  ले कर चलते हैं तथा आपका काम आपके क्लाइंट (client) को पसंद आता है तो आराम से लम्बे समय तक फ्रीलांसिंग (freelancing) से पैसा कमा सकते हैंऔर अच्छा जीवन गुजार सकते हैं। 


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