Cafe Coffee Day Business Model, Success Story, and Some amazing facts

Cafe Coffee Day आजकल भारतीय अख़बारों  और न्यूज़ चैनलों में छाया हुआ है , इसका मुख्या कारण cafe coffee day owner श्री वी .जी  . सिद्धार्थ ( V . G . Sidhartha ) के द्वारा आत्महत्या करना है , उनकी लाश  कर्नाटक में मंगलोर के पास नेत्रवती नदी में पायी गयी। 

Cafe Coffee Day  भारत की पहली ऐसी चैन है जिसने एहसास कराया की कॉफ़ी टेबल पर बात करते हुए बहुत कुछ possible है इसलिए सीसीडी (cafe coffee day ) की tagline “a lot can happen over coffee ” रही है। अगर किसी को मीटिंग करनी है या किसी से छोटी मोटी  मुलाकात cafe coffee day आपके लिए सबसे बेहतरीन जगह मानी जाती है। 

सिद्धार्थ का शुरुआती जीवन और कॉफ़ी बिज़नेस ( Starting life of V G Sidhartha & Coffee Business)

V .G Sidharta karnatak के चिकमंगलूर में  एक व्यापारिक घराने में पैदा हुए थे इनका पारिवारिक बिज़नेस कॉफ़ी (coffee ) बगान  का था जो की पिछले 140 सालों से  चल रहा था। 

मंगलोर यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स (economics ) में  पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद सिद्धार्थ ने मुंबई की कंपनी  जे एम् फाइनेंसियल में 24 साल की आयु में अपनी पहली  नौकरी शुरू की और लगातार दो साल करते रहे। 

दो साल काम करने के बाद सिद्धार्थ वापस कर्नाटक आ  गए और मात्र 30 हज़ार रुपये से सिवान सिक्योरिटीज (siwan securities ) नामक कंपनी की शुरुआत की और इसे सफलता पूर्वक चलाया। 

नब्बे के दशक के शुरुआत में कम्प्यूटर , इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी (information technology) का  आरम्भ हो चुका था और भारत के महानगर जैसे मुंबई , दिल्ली , बैंगलोर आदि में थोड़ा असर दिखने भी लगा था। 

सन 1993 में सिद्धार्थ ने कॉफ़ी कम्पनी (coffee company ) अमलगटेड (ABCTCL ) की स्थापना की जो की मूल रूप से कॉफ़ी के एक्सपोर्ट (cofee export ) का काम करती थी। 

कॉफ़ी के बागान से सालाना उत्पादन उस समय करीब 3000 टन था परन्तु ABCTCL के सहयोग से यह बढ़कर करीब 20 हज़ार टन हो गया , इस तरह से ABCTCL को भारत की दूसरी सबसे बड़ी कॉफ़ी निर्यातक कंपनी को बनाने में सिद्धार्थ का बहुत योगदान था। 

Cafe Coffee Day की शुरुआत

जैसा की पहले बताया गया की नब्बे के दशक की शुरुआत में इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी की शुरुआत हो चुकी थी और लोग इंटरनेट के बारे में थोड़ा बहुत जानने लगे थे , इन सब बातों को ध्यान में रखकर सन 1996 में सिद्धार्थ ने अपना पहला Cafe Coffee Day  स्टोर बैंगलोर के ब्रिगेड रोड पर स्टार्ट किया। शुरुआती आईडिया ये था की की ऐसा प्लेस जहाँ पर युवा बैठकर अपना क्वालिटी टाइम बिता सके और इंटरनेट भी इस्तेमाल कर सके। 

Cafe Coffee Day के बारे में कुछ रोचक तथ्य -Some amazing facts of Cafe Coffee Day- 
  • शुरुआत  में कैफ़े कॉफ़ी डे (CCD) में 1 घंटे नेट सर्फिंग (net surfing ) और एक कॉफ़ी के लिए आपको Rs.100  चुकाना पड़ता था। 
  • वर्तमान में करीब 200 शहरों में  Cafe Coffee Day के 1752 आउटलेट हैं। 
  • Cafe coffee Day का पहला विदेशी स्टोर ऑस्ट्रिया (Austria) की राजधानी विएना (Viena) में सन 2005 में खोला गया था। 
  • ऑस्ट्रिया के अलावा मलेशिया और चेक रिपब्लिक में भी CCD ( कैफ़े कॉफ़ी डे ) के स्टोर उपलब्ध हैं। 
  • कैफ़े कॉफ़ी डे के अलावा सिद्धार्थ के परिवार के  पास करीब 12 हज़ार एकड़ का कॉफ़ी बगान भी है। 
  • कैफ़े कॉफ़ी डे (CCD) का सालाना कारोबार करीब 4200 करोड़ का  है। 
  • सिद्धार्थ इसके अलावा GTV, Mindtree, Liquid Crystal, Way2Wealth, आदि के  बोर्ड में भी थे 
  • हाल ही में सिद्धार्थ ने अपने Mindtree  IT के 20 परसेंट  शेयर्स L&T को 3200 करोड़ डॉलर में बेचा था 

V G Sidharth की आत्महत्या का कारण –

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक Cofee Day Enterprises पर करीब कुल साढ़े छह हज़ार करोड़ का कर्ज था जोकि उसकी कीमत करीब 2.5 हज़ार करोड़ के दुगने से अधिक है। जिसके कारण सिद्धार्थ तनाव में थे। 

राजनितिक सम्पर्क Political Connection –

V G Sidharth कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री श्री एस एम कृष्णा (S.M. Krishna) के दामाद (son in law ) लगते थे।  सिद्धार्थ की शादी एस एम कृष्णा की बेटी मालविका से हुई थी।  मालविका कृष्णा बैंगलोर यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट (engeneering gradute ) हैं  इनके पिता एस एम कृष्णा कर्नाटक के सन 1999 से 2004 तक मुख्यमंत्री रह चुके हैं। मालविका कृष्णा  की बहन शाम्भवी कृष्णा की शादी शराब बिज़नेसमैन विजय माल्या के सौतेले भाई से हुई है।

उपसंहार Conclusion –

V G Sidharth एक सफल और दूरदर्शी उद्यमी थे उनके Cafe Coffee Day में करीब 40 हज़ार लोगों को नौकरी मिली हुई थी।  सिद्धार्थ ने एक स्टोर से शुरू करके इतना बड़ा साम्राज्य खड़ा किया था परन्तु मानसिक तनाव , प्रतिस्पर्धा और आर्थिक कर्ज ने उन्हें आत्महत्या करने पर मजबूर  दिया। 
कहने का मात्रा इतना सारंश है की काम के साथ -2  हमें अन्य पहलुओं पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है कोशिश करना चाहिए की जीवन में एक बैलेंस बना रहे , काम के साथ , परिवार , समाज, स्वस्थ्य शरीर , सभी जीवन के महत्वपूर्ण घटक हैं।

Cafe Coffee Day Dealership Enquery 

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