Aditya L1 Launch: आदित्य L1 कब पहुंचेगा, उद्देश्य क्या है, ISRO ने क्यों किया सूर्य मिशन लॉन्च?

ISRO के द्वारा हाल ही में चंद्रयान-3 को सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया और सफलता हासिल करने के बाद अब इसने आदित्य L1 लॉन्च (Aditya L1 launch) किया है। आदित्य L1 को 2 सितंबर 2023 को श्रीहरिकोटा के सतीशधवन अंतरिक्ष केंद्र से PSLV-C53 रॉकेट द्वारा सुबह 11:50 को लांच किया गया है, जिसमें ISRO ने इस सूर्य मिशन में सूर्य के coronal X-ray radiation का अध्ययन करने के लिए भेजा है। आज हर कोई Aditya L1 Mission के बारे में जानने के लिए उत्सुक है क्योंकि यह भारत के लिए गर्व का विषय है। इस आर्टिकल में हम इस मिशन के लॉन्च डेट, उद्देश्य एवं इससे संबंधित सभी विषयों को कवर करने वाले हैं। पूरी जानकारी के लिए आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।

Aditya L1 Mission क्या है?

आदित्य L1 मिशन (Aditya L1 Mission) एक प्रकार की मल्टीस्पेक्ट्रेल spacecraft है। इसमें x-ray spectrometer, imaging spectrometer और solar probe को शामिल किया गया है। इसरो के अनुसार आदित्य L1 स्पेसक्राफ्ट धरती से लगभग 15 लाख किलोमीटर की दूर रहेगा। बताया जा रहा है कि इस दूरी को तय करने में लगभग 4 महीने लगेंगे। इसके बाद यह एक Lagrange Point पर आकर 5 साल तक सूर्य का अध्ययन करेगा।

इस मिशन का नाम Aditya L1 Mission क्यों रखा गया?

सूरज और पृथ्वी के बीच पांच Lagrange Point को बनाया गया है जिसमें L1, L2, L3, L4 और L5 को शामिल किया गया है। ISRO के अनुसार इस मिशन में आदित्य L1 को सूर्य और पृथ्वी के बीच जो पहला Lagrange Point यानी L1 पॉइंट आता है उसी पर भेजा जाएगा। जैसा कि सूर्य को संस्कृत में आदित्य कहा जाता है, इसलिए इस मिशन का नाम आदित्य L1 रखा गया है। आदित्य L1 का स्पेसक्राफ्ट सूर्य तक पहुंचने के लिए लगभग 127 दिन का समय लेगा।

Aditya L1 launch करने का उद्देश्य क्या है?

आदित्य L1 सूर्य की सबसे बाहरी परतों जिसे कोरोना कहते हैं, उसका निरीक्षण के लिए अपने साथ सात पेलोड भी ले जाने वाला है। इनमें से 4 पेलोड सूर्य पर नज़र रखेंगे और बाकी के 3, L1 पॉइंट के आसपास रहकर उसका अध्ययन करेंगे। Aditya L1 launch करने का उद्देश्य ISRO ने बता दिया है। आदित्य L1 को लॉन्च करने के उद्देश्य निम्नलिखित हैं-

  1. आदित्य L1 में पेलोड Visible EmmissionLine Coronagraph (VELC) है, जो सूर्य के Corona और Coronal Mass Ejection के डायनामिक का अध्ययन करेगा।
  2. इसमें मौजूद Solar Ultraviolet Imaging Telescope (SUIT) सूर्य के Photosphere और Chromosphere की ultravioleting imaging में तस्वीरें लेगा, जिससे सूर्य के संबंध में अधिक जानकारी मिलेगी।
  3. Aditya L1 launch के बाद अब इसमें मौजूद Solar Low Energy X-Ray Spectrometer (SOLEX) और High Energy L1 Orbiting X-Ray Spectrometer (HEL1OS) सूर्य से निकलने वाली एक्स-रे एनर्जी रेंज का भी अध्ययन करेगा।
  4. सूर्य के solar wind का अध्ययन करने के लिए Aditya L1, Solar Wind Particle Experiment (ASPEX) और Plasma Analyser Package for Aditya (PAPA) को लगाया गया है।
  5. आदित्या L1 के स्पेसक्राफ्ट में पेलोड Magnetometer (MAG) को भी लगाया गया है, जो सूर्य के मैग्नेटिकफील्ड का पता लगाएगा।

FAQs

1. Aditya L1 Mission kya hai?

उत्तर: Aditya L1 एक प्रकार की मल्टीस्पेक्ट्रेल spacecraft है, जो सूर्य का अध्ययन करने वाला भारत का सबसे पहला सूर्य मिशन है।

2. Aditya L1 launch kab hua?

उत्तर: Aditya-L1 को 2 सितंबर 2023 को सुबह 11.50 बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्पेस स्टेशन से ISRO ने लॉन्च किया।

3. Aditya L1 Mission launch budget कितना है?

उत्तर: आदित्य L1 लॉन्च करने में 400 करोड़ रुपये खर्च किए गए।

Conclusion:

Chandrayaan-3 launch करने के बाद अब इसरो ने आदित्य L1 लॉन्च कर दिया है, जिसके बारे में हमने इस आर्टिकल में संपूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाई है। Sun Mission Aditya L1 launch date तो आपको पता चल ही गई होगी। हमने इस आर्टिकल में ISRO द्वारा Aditya L1 launch करने के उद्देश्य के बारे में भी बताया है। यदि आपको यह जानकारी पसंद आई तो इसे अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ शेयर करें ताकि वे भी ISRO द्वारा लॉन्च किए गए Sun Mission Aditya L1 के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकें।

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